Nakshatra surya

8,bhav me sury bhagvan : अष्टम भाव में सूर्य का प्रभाव

जानिए आपकी कुंडली में अष्टम भाव में सूर्य का प्रभाव कैसे होता है | स्वभाव अष्टम स्थान में सूर्य के प्रभाव से जातक अपव्ययी एवं झगड़ालू स्वभाव का होता है। वह रहस्यात्मक विद्याओं में रूचि रखने वाला होता है। जातक कामी, अस्थिर विचारों वाला एवं बातूनी होता है। पूर्ण दृष्टि द्वितीय भाव पर सूर्य की…

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7 , bhav me sury bhagvan सातवे भाव में सूर्य का प्रभाव

जानिए सातवे भाव में सूर्य भगवान क्या फल देते है | स्वभाव सप्तम स्थान में स्थित सूर्य के प्रभाव से जातक प्रभावशाली, साहसी, यशस्वी, तीक्ष्ण स्वभाव वाल, कठोर और प्रखर होता है।जातक के हाव भाव एवं स्वभाव में गंभीरता होती है। पूर्ण दृष्टि लग्न पर सूर्य की पूर्ण दृष्टि के प्रभाव से जातक प्रतिभाशाली, राजमान्य,…

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छठवे भाव में सूर्य का प्रभाव सूर्य आपको कैसे प्रभावी करता है ? : 6 bhav sury bhagvan

सूर्य आपको कैसे प्रभावी करता है ? स्वभाव छठवें स्थान में सूर्य का प्रभाव से जातक बलवान, तेजस्वी और निरोगी होता है। जातक निडर होता है। उस शत्रुओं का जरा भी भय नही होता जातक में साहस एवं पराक्रम प्रचुरता से होता है। पूर्ण दृष्टि षष्ठ स्थान में स्थित सूर्य की पूर्ण दृष्टि द्वादश भाव…

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पंचम भाव में सूर्य का प्रभाव, देखे अपनी कुंडली: bhav sury bhagvan

जानिए आपकी कुंडली मे सूर्य भगवान का स्थान किस भाव मे है | सूर्य भगवान जन्म कुंडली से कैसे फल देते है ? स्वभाव पंचमस्थ सूर्य के प्रभाव से जातक स्वभाव से कुशाग्र, तेजस्वी, तीक्ष्ण बुद्धि और क्रोधी होता है। जातक पढ़ने में अच्छा एवं तीक्ष्ण स्मरण शक्ति वाला होता है। पूर्ण दृष्टि पंचमस्थ सूर्य…

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चतुर्थ भाव में सूर्य का प्रभाव : bhav sury bhagvan

जानिए आपकी कुंडली मे सूर्य भगवान का किस भाव मे है | सूर्य आपके कुंडलीसे कैसे प्रभावित करते है ? स्वभाव चतुर्थ स्थान में सूर्य का प्रभाव से’जातक बुद्धिमान एवं अच्छी स्मरण शक्तिवाला होता है। जातक प्रवासी होता है । जातक प्रसिद्ध, कठोर और गुप्त विद्या में रूचि रखने वाला होता है। पूर्ण दृष्टी चतुर्थ…

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kundali me sury ka fal : सूर्य भगवान आपके कुंडली में किस भाव में आपको कैसे फल दे रहे है |

सूर्य भगवान आपकी कुंडली में किस भाव मे है देखिये अपनी कुंडली !! स्वभाव सूर्य के लग्न (प्रथम भाव) में से जातक क्रोधी,,स्थित होने स्वाभिमानी, स्थिर एवं दृढ़इच्छा शक्ति वाला होता है।स्वरूप जातक का ललाट विशाल होता है व बड़ी नाक भी होती है। जातक का शरीर हालांकि दुबला-पतला रहता है। स्वास्थ्य लग्नस्थ सूर्य सिर…

Mangal graha ke upay | कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति सुधारने के लिए करें ये उपाय जलद होगी मनोकामाये पुरी |

Mangal graha ke upay | कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति सुधारने के लिए करें ये उपाय जलद होगी मनोकामाये पुरी |

आपकी शादी मंगल दोषके कारन नाही होर ही है? मंगल शांती हेतू करे ये उपाय | मेष लग्न में मंगलिक : – कुंडली मे मेष राशी मे मंगल, मंगल ग्रह के उपाय | mangal graha ke upay वृष लग्न में मंगलिक :- कुंडली मे वृषभ राशी मे मंगल मिथुन लग्न में मंगलिक :-कुंडली मे मिथुन…

ग्रह योग आणि फळ | grah yog and tyachi fale

ग्रह योग आणि फळ | grah yog and tyachi fale

भिक मागण्याचे योग आपल्या कुंडलीत आहेत का? ग्रह योग आणि फळ | grah yog and tyachi fale माणसे विज्ञान निष्ठा झाले की ज्योतिष शास्त्राला थोतांड समजतात. तथापि एक प्रचलित म्हण काय सांगते बघा चावल्याशिवाय गिळल्या जात नाही आणि अनुभवाशिवाय कळत नाही. हा नियम मात्र सर्वत्र लागू होतोच अनुभवाशिवाय ज्योतिष शास्त्रातील ग्रहयोग काय करू शकतात याचा…

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KUNDALITIL GRAH | कुंडलीतील ग्रह फल.

तुमच्या कुंडलीत कोणत्या स्थानात आहे? कोणता ग्रह? जब सूर्य लग्न में हो,जातक के सिर पर बाल कम होंगे।बालों को पीछे की ओर कंघी करेंगे.जातक अहंकारी एवं स्वाभिमानी होगा। • चंद्रमा लग्न है,जातक सुंदर चेहरे और कोमल शरीर वाला होगा। लग्न में मंगल हो तोजातक लापरवाह, साहसी होगा।जिद्दी और गुस्सैल. • बुध लग्नेश,विनोदी,*बुद्धिमान,गुप्त विद्या में रुचि…

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लग्न केव्हा होईल? | vivah kevha hoil

माझ लग्न कधी होईल? अनेक मुली/मुल पाहिले पण जमत नाही काय करावे? लग्न करण्‍याचा किंवा अविवाहित राहण्‍याचा निर्णय हा वैयक्तिक आहे आणि वैयक्तिक परिस्थिती आणि प्राधान्यांनुसार बदलू शकतो. लग्न करण्यास उशीर केव्हा होईल हे ठरवणारे कोणतेही विशिष्ट वय नाही आणि ते शेवटी व्यक्तीच्या प्राधान्यक्रम, ध्येये आणि मूल्यांवर अवलंबून असते. काही लोक लहान वयात लग्न करणे निवडू शकतात, तर…