Shree Ganesh pooja | श्री गणेशमानसपूजा

Shree Ganesh pooja | श्री गणेशमानसपूजा

Shree Ganesh pooja | श्री गणेशजी की पूजा होने पर यह मानस पूजा का वचन करना चाहिया | श्री गणेशजी की पूजा होने पर गणेश जी को प्रसन्न करने केलिया यह मानस पूजा करने से या वचन करनेसे भगवान गणेशजी प्रसन्न होते है आपसभी यह मानसपूजा का वचन कीजिय

: shree Ganesh strotra

shree Ganesh strotra

shree Ganesh strotra॥ श्रीविघ्नेश्वरषोडशनामस्तोत्रम् ।। सुमुखश्चैकदन्तश्च कपिलो गजकर्णकः ।लम्बोदरश्च विकटो विघ्नराजो गणाधिपःधूमकेतुर्गणाध्यक्षः फालचन्द्रो गजाननः ।

Disha | Direction

Disha | Direction

Disha दिशाओं की पहचानया दिशेची अधिपती देवता इंद्र आहे. इंद्राची पत्नी शची देवी, निवास स्थान अमरावती, वाहन ऐरावत (पांढरा हत्ती), आयुध वज. द्वारपाल नंदी व चंद्र पूर्व दिशा ही ऐलक्ष्मीस्थान आहे. या दिशेला पांढऱ्या रंगाचे अधिपत्य असते, अधिपती ग्रह सूर्य व रास मेष व वृषभ आहे.

माणिक रत्न Manik Ratna

माणिक रत्न Manik Ratna

माणिक रत्न Manik

माणिक्य रत्नाची विविध भाषेतील नावे – संस्कृत माणिक्य, पद्मराग, लोहित, रविरत्न, कूरविंदं, वसुरत्न, सोगोधक, रत्ननायक, लक्ष्मीपुष्प

मराठी – माणिक

हिंदी – माणिक्य, चुन्नी, लाल, लाल-माणिक, रुगल

बंगला – माणिक

गुजराथी – माणिक, चुन्नी

तेलगू – माणिक्यम्

फारसी – याकूत

अरबी – लाल बदरूशाँ, लाल बदपशफनि

लॅटीन – रुबी, नर्स

इंग्रजी – रुबी

माणिक रत्नाचे भौतिक गुणधर्म

काठिण्य – काठिण्य

Panchamukhi hanumankavach |॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥

Panchamukhi hanumankavach |॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥

Panchamukhi hanumankavach॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥श्री हनुमान जी ऐसी देवता है जो हमेशा अपने भक्तों का संकट निवारण करके सब के ऊपर कृपा बरसाती है. श्री पंचमुखी हनुमान कवच पढ़ने से सभी भक्तों का कष्ट, दुख ,बाधा और अशोक परिणाम दूर होकर शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है.