वास्तुशास्त्र

वास्तुशास्त्र (Vastu shastra) म्हणजे काय ? वास्तुशास्त्र म्हणजे नेमके काय, हा प्रश्न आपल्याला पडणे अगदी स्वाभाविक आहे. चला तर मग जाणून घेऊया… मानवाचे शरीर पंचमहाभूतांनी मिळून बनलेले आहे. ही पंचमहाभूते म्हणजे पृथ्वी, आप, तेज, वायू व आकाश. जसे मानवी शरीर या तत्त्वांपासून तयार झाले, तसेच मानवी शरीर जगविण्यासाठी ही पंचतत्त्व लागतातच. पिण्यासाठी पाणी लागते, जीवित…

मकर संक्रांति के बारे में जानिये|

मकरसंक्रांति के बारे में जानिये | पुण्या: षोडश नाड्यस्तु परा: पूर्वास्तु संक्रमात्। त्रिंशत्कर्काटके पूर्वाश्चत्वारिंशत्परा मृगे ॥ अस्तादूर्ध्वं तु मकरे रात्रौ संक्रमणं रवेः। तदोत्तरदिनं पुण्यं मध्याह्नात्प्राक् प्रकीर्तितम् ॥ * संक्रांति * पूर्वं परित्यज्य यदा ग्रहाणां राशिं परं प्रत्ययनं स कालः। संक्रांतिवाच्योऽयमतिप्रशस्त: स्नाने च दाने च रवेर्विशेषात् ॥ मकरसंक्रांत पौष मास में जब सूर्य धनु राशि को…

मकर राशि

मकर राशी, राशी चक्र की आठवी राशी है| मकर राशी में उतराषाढा के 3 चरण, श्रवण, धनिष्ठा नक्षत्रके 2 चरण मीला कर मकर राशी बनती है। मकर राशी पृथ्वी तत्व की है, मकर राशी का चिन्ह ‘शेळी’ कि प्रतिकृति है|

Rashi fal 2024 2023 2022

धनु राशी | Dhanu Rashi

♐ dhanu rashi धनु राशी, राशी चक्र की आठवी राशी है| धनु राशी में मुळ, पूर्वाषाढा, उत्तराषाढा नक्षत्रके 1 चरण मीला कर धनु राशी बनती है। धनु राशी अग्नि तत्व की है, धनु राशी का चिन्ह ‘अश्व मानव’ कि प्रतिकृति है| धनु राशी का स्वामी गुरु देव है, गुरु देव होने के कारण व्यक्ति का…

Janampatri
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गुरु ग्रह पालट

तिसरा गुरुपालट कार्तिक शु. ६, शुक्रवारी 20-11-2020 रोजी दुपारी १३:२६ वाजता गुरु (पुनः) मकर राशीत प्रवेश करतो. त्याचा पुण्यकाल | शुक्रवारी सकाळी ११:३५ ते दुपारी १५:१७ पर्यंत आहे. तुला, | मिथुन व कुंभ या राशींना अनुक्रमे ४-८-१२ वा गुरु येत

Rashi fal 2024 2023 2022

वृश्चिक – Vrushchik

वृश्चिक राशी, राशी चक्र की आठवी राशी है| वृश्चिक राशी में विशाखा नक्षत्रके 1 चरण, अनुराधा, जेष्ठा नक्षत्रके 4 चरण मीला कर वृश्चिक राशी बनती है। वृश्चिक राशी जल तत्व की है, वृश्चिक राशी का चिन्ह बिच्छू कि प्रतिकृति है|

नक्षत्र — Nakshatrea

01 — नक्षत्र: अश्विनी नक्षत्र देवता : अश्विनीकुमारनक्षत्र स्वामी : केतुनक्षत्र आराध्य वृक्ष : कुचलानक्षत्र पर्यायी वृक्ष : अडुळसाराशी व्याप्ती : ४ हि चरण मेष राशीमध्येनक्षत्र प्राणी: घोडानक्षत्र तत्व : वायुनक्षत्र स्वभाव : शुभपौराणिक मंत्र:अश्विनी देवते श्वेतवर्णो तौव्दिभुजौ स्तुमः|सुधासंपुर्ण कलश कराब्जावश्च वाहनौ ||नक्षत्र देवता मंत्र: १)ॐअश्विनी कुमाराभ्यां नमः२) ॐ अश्विभ्यां नमःनक्षत्र पीडाहर मंत्र:स्वर्वेद्यावश्वीनौ देवौव्दिभुजौ शुक्लवर्णकोlसर्वारिष्ट…

Rashi fal 2024 2023 2022

तुला राशी – Tula Rashi

तुला राशी, राशी चक्र की सातवीं राशी है| तुला राशी में चित्रा नक्षत्रके 2 चरण, स्वाती, विशाखा नक्षत्रके 3 चरण मीला कर कन्या राशी बनती है। तुला राशी वायु तत्व की है, तुला राशी का चिन्ह तराजू कि प्रतिकृति है| तुला राशी का स्वामी शुक्र देव है, शुक्र देव होने के कारण व्यक्ति का स्वभाव…

कन्या राशी

कन्या राशी, राशी चक्र की छाटी रास है| कन्या राशी में उत्तरा नक्षत्रके 3 चरण, हस्त,चित्रा नक्षत्रके 2 चरण मीला कर कन्या रास बनती है। कन्या राशी पृथ्वी तत्व की है, कन्या राशी का चिन्ह कन्या कि प्रतिकृति है| कन्या राशी का स्वामी बुध देव है, बुध देव ग्रह होने के कारण व्यक्ति का स्वभाव…

श्री हनुमान चालीसा

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस