Panchamukhi hanumankavach |॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥

Panchamukhi hanumankavach |॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥

Panchamukhi hanumankavach॥ श्रीपञ्चमुखी हनुमत्कवचम् ॥श्री हनुमान जी ऐसी देवता है जो हमेशा अपने भक्तों का संकट निवारण करके सब के ऊपर कृपा बरसाती है. श्री पंचमुखी हनुमान कवच पढ़ने से सभी भक्तों का कष्ट, दुख ,बाधा और अशोक परिणाम दूर होकर शुभ आशीर्वाद प्राप्त होता है.

: पंचायतन देवता ध्यान मंत्र

पंचायतन देवता ध्यान मंत्र

पंचायतन देवता ध्यान मंत्र । श्री विष्णुध्यान।श्री शिवध्यान । श्री शिवध्यान। श्री सूर्यध्यान। श्री देवीध्यान

Shiv Poojan शिवपूजन और बिल्वपत्र की महिमा!

Shiv Poojan शिवपूजन और बिल्वपत्र की महिमा!

Shiv Poojan शिवपूजन और बिल्वपत्र की महिमा!
त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रयायुधम्।
त्रिजन्मपापसंहारं बिल्वपत्रं शिवार्पणम्।।

अक्षय तृतीया | Akshaya Tritiya

अक्षय तृतीया | Akshaya Tritiya

अक्षय तृतीया | Akshaya Tritiya अक्षय तृतीया का फल अक्षय यानी कि कभी न मिटने वाला होता है. अक्षय तृतीया पर दान पुण्य का भी अत्यंत महत्व है. इस दिन किए गए दान का कई गुना फल प्राप्त होता है. इस बार अक्षय तृतीया 3 मई 2022 को मनाई जाएगी. (पितरों की आत्मशांति, अक्षय यश,…

Upay Kundali Dosh | Badha | बाधा

HANUMAN CHALISA

HANUMAN CHALISA श्री हनुमान चालीसा दोहा श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुर सुधारि बरनउँ रघबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि. बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार. बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस विकार, चौपाई जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर. राम दूत अतुलित बल धामा, अंजनी पुत्र पवन सुत…

शनि माहिती shani palat / शनि पालट माहिती

shani palat / शनि पालट माहिती

शनि पालट (कुंभ राशीत) चैत्र कृष्ण चतुर्दशी शुक्रवार 29 एप्रिल 2022 रोजी सकाळी 07:51 आला शनी कुंभ राशी मध्ये प्रवेश करतो त्याचा पुण्य काल पहाटे 04:57 ते सकाळी 10:45 पर्यंत आहे. हा कुंभ राशीचा शनि कुंभेस पहिला, मकरेस दुसरा, धनूस तिसरा, वृश्चिकेस चौथा, तुळेस पाचवा, कन्येस सहावा, सिंहेस सातवा, कर्केस आठवा, मिथुनेस नववा, वृषभेस दहावा, मेषेस अकरावा आणि मीनेस बारावा याप्रमाणे आहे.

Jivanoopayogi Todga
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Jivanoopayogi Todga

Jivanoopayogi Todga
(१) आपण रस्त्यावर अनेक वेळेला जोडपी चालताना पाहतो. अशा वेळी त्यांच्यामधून जाऊ नका. पत्नीशी अगर पतीशी वितुष्ट येण्याची शक्यता असते असा हा संकेत आहे.