Vastu
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Vastu

भवन में सबसे पहले दीवारो की ओर ध्यान देना चाहिए। दीवार सीधी, प्रत्येक कोण ६० डिग्री का होना चाहिए। कमरों में रोशनी हवा का पूरा ख्याल रखते हुए खिड़कियों एवं सामान रखने के लिए आलमारी आदि का निर्माण करना चाहिए। भवन में विभिन्न कक्षों की वास्तु अनुरूप स्थिति निम्नलिखित स्थिति में होना चाहिए।

प्रवेश दालन – pravesh dalan

संपूर्ण वास्तूमध्ये एकदम प्रवेश करता येऊ नये, म्हणून पूर्वीपासून प्रवेश दालन अगर व्हरांडा वास्तुरचनेत ठेवलेला असे. बाहेरचे वाईट गुणधर्म घेऊन आलेली व्यक्ती क्षणभर तेथे थांबते. प्रवेश करण्यापूर्वी व्हरांड्यात पादत्राणे काढून वास्तूच्या मुख्य दालनात प्रवेश करता येतो. स्वच्छतेच्या दृष्टीने उत्तमच, म्हणून व्हरांड्याची पद्धत.