6 Mukhi Rudraksha important of student | छहमुखी रुद्राक्ष

 

6 mukhi rudraksha
6 mukhi rudraksha

छहमुखी रुद्राक्ष, शिवजी के पुत्र कार्तिकेय की शक्ति का केंद्र-बिंदु है और छहमुखी रुद्राक्ष विद्या, बुद्धि, ज्ञान का प्रदाता माना गया है। इसके साथ ही, यह विभिन्न प्रकार के सांसारिक क्लेशों से भी रक्षा करता है। उनविद्यार्थी/बच्चों को, जो पढ़ने में कमजोर हों, यदि यह छहमुखी रुद्राक्ष विधिवत् धारण करे तो उनकी मेधाशक्ति में अद्भुत परिवर्तन हो जाता है। और छहमुखी रुद्राक्ष के साथ ही यदि एक चारमुखी रुद्राक्ष लिया जाय, तो बौद्धिक-शक्ति के विकास में निश्चित सफलता प्राप्त होती है|

छह मुखी रुद्राक्ष साक्षात् कार्तिकेय भगवान् है।

छहमुखी रुदाक्ष धारण करनेकी विधि

छह मुखी रुद्राक्ष को दक्षिण/दाहिने हाथ में धारण करना चाहिए।

रुद्राक्ष को धारण करने के लिए विधिवत पूजा अर्चन करनी चाहिये और रुद्राक्ष धारण करते समई इस मंत्र का उचारण करण चाहिए. मंत्र : — “ॐ ह्रीं हूं नमः”

षष्ठ मुखी(छह मुख) रुद्राक्ष के देवता कार्तिकेय हैं। कई बुद्धिमान छह मुखी रुद्राक्ष के देवता गणेश जी को भी मानते हैं, किन्तु इसके धारण करने से दोनों प्रसन्न होते हैं।

विशेष- छह मुखी रुद्राक्ष कार्तिकेय का स्वरूप है। इसे सदा दाहिने हाथ में धारण किया जाता है , इसे धारण करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है |

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